उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से मुफ्त ड्राइविंग प्रशिक्षण योजना की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को सड़क पर सुरक्षित और आत्मविश्वासी ड्राइवर बनाना है, जिससे वे रोजगार और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के क्षेत्र में आगे बढ़ सकें।
यह योजना महिला सशक्तिकरण, सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
🟢 योजना का उद्देश्य
- महिलाओं की आत्मनिर्भरता बढ़ाना
- ड्राइविंग सीखकर महिलाएं अपने रोजगार और निजी कामकाज में अधिक स्वतंत्र हो सकेंगी।
- सड़क सुरक्षा और जागरूकता
- महिलाओं को सुरक्षित वाहन संचालन की ट्रेनिंग देकर सड़क दुर्घटनाओं की संभावना कम करना।
- सामाजिक समानता
- महिलाओं को पारंपरिक सीमाओं से बाहर निकलकर सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में सक्रिय बनाना।
- आर्थिक अवसर
- ड्राइविंग कौशल से महिलाओं के लिए टैक्सी, कैब, लॉजिस्टिक और डिलीवरी जैसे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
🔵 योजना का विवरण
| पहलू | विवरण |
|---|---|
| लक्ष्य समूह | उत्तर प्रदेश की महिलाएं और लड़कियां, उम्र 18 वर्ष से ऊपर |
| प्रशिक्षण अवधि | 15 दिन से 30 दिन, दैनिक 2-3 घंटे सत्र |
| सुविधाएं | मुफ्त ड्राइविंग ट्रेनिंग, लाइसेंस के लिए मार्गदर्शन, सुरक्षा उपकरण |
| स्थान | सभी जिला मुख्यालयों के ड्राइविंग स्कूल, महिला कॉलेज और प्रशिक्षण केंद्र |
| लाभार्थी संख्या | प्रारंभिक चरण में लगभग 50,000 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा |
| प्रवेश प्रक्रिया | ऑनलाइन आवेदन, आधार व बैंक खाता सत्यापन और पात्रता जांच |
🟡 योजना की पृष्ठभूमि
उत्तर प्रदेश में महिलाओं और लड़कियों को समाज और परिवार में अधिक स्वतंत्र और सक्षम बनाने के लिए कई पहल की जा चुकी हैं।
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना – घर में स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ – शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा
- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना – आर्थिक सहायता
मुफ्त ड्राइविंग प्रशिक्षण योजना इन पहलों के तहत महिलाओं को रोजगार और आर्थिक अवसरों से जोड़ने का प्रयास है।
🔷 प्रशिक्षण कार्यक्रम
1. सैद्धांतिक प्रशिक्षण
- सड़क नियमों की जानकारी
- वाहन के पार्ट्स और रखरखाव का ज्ञान
- सड़क सुरक्षा और आपातकालीन परिस्थितियों में कार्रवाई
2. प्रायोगिक प्रशिक्षण
- वाहन संचालन का वास्तविक अभ्यास
- पार्किंग, ट्रैफिक नियमों का पालन
- रात और दिन में ड्राइविंग प्रशिक्षण
- ऑनलाइन और ऑफलाइन सिमुलेशन के माध्यम से अभ्यास
3. सुरक्षा और आत्मरक्षा प्रशिक्षण
- ड्राइविंग के दौरान खुद की सुरक्षा
- सड़क पर किसी भी आपात स्थिति में प्रतिक्रिया
- आत्मरक्षा तकनीक और हेलमेट व सीटबेल्ट के उपयोग का महत्व
🔵 आवेदन और पात्रता
पात्रता
- उम्र 18 वर्ष से अधिक
- उत्तर प्रदेश की निवासी
- आधार कार्ड और किसी वैध पहचान पत्र की आवश्यकता
- महिलाएं और लड़कियां जो पहली बार ड्राइविंग सीख रही हों
आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक पोर्टल पर आवेदन करें।
- आधार और पहचान पत्र अपलोड करें।
- प्रशिक्षण केंद्र में नामांकन और समय-सारणी तय करें।
- प्रशिक्षण पूरा करने के बाद लाइसेंस प्राप्त करने के लिए सहायता उपलब्ध होगी।
🟢 योजना के लाभ
- आर्थिक स्वतंत्रता
- महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
- सामाजिक सम्मान
- सड़क पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ने से सामाजिक सशक्तिकरण होगा।
- स्वास्थ्य और समय की बचत
- सार्वजनिक परिवहन पर निर्भरता कम होगी और समय की बचत होगी।
- सड़क सुरक्षा जागरूकता
- महिलाओं को सुरक्षित ड्राइविंग की ट्रेनिंग मिलेगी, दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।
🔷 विशेषज्ञों की राय
- डॉ. रश्मि जैन, सामाजिक कार्य विशेषज्ञ:
“महिलाओं के लिए मुफ्त ड्राइविंग प्रशिक्षण आत्मनिर्भरता और सामाजिक समानता की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। इससे महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे समाज में बराबरी के स्तर पर योगदान दे सकेंगी।”
- सुनील वर्मा, यातायात विशेषज्ञ:
“इस तरह की पहल सड़क सुरक्षा में भी सुधार लाएगी। प्रशिक्षित महिलाएं सुरक्षित और जिम्मेदार ड्राइवर बनेंगी, जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं की दर कम होगी।”
🟡 महिलाओं पर प्रभाव
- शहरी क्षेत्र
- टैक्सी और कैब सेवा, डिलीवरी व्यवसाय में रोजगार
- निजी वाहन संचालन की स्वतंत्रता
- ग्रामीण क्षेत्र
- कृषि, कुटीर उद्योग और स्थानीय व्यवसाय में महिला ड्राइवर की भूमिका
- बच्चों और परिवार की शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अधिक यात्रा
- व्यक्तिगत विकास
- आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता में सुधार
- समय और संसाधनों की बचत
🔵 भविष्य की योजनाएँ
- प्रशिक्षण का विस्तार सभी जिला मुख्यालयों तक
- ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन से आवेदन प्रक्रिया आसान
- महिलाओं के लिए विशेष उद्यमिता और रोजगार सहायता कार्यक्रम
- लाइसेंस प्राप्त करने के बाद टैक्सी, कैब और लॉजिस्टिक क्षेत्र में सहायता

योगी सरकार की मुफ्त ड्राइविंग प्रशिक्षण योजना महिलाओं और लड़कियों के लिए आत्मनिर्भरता, रोजगार और सामाजिक सम्मान की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है बल्कि सड़क सुरक्षा और रोजगार सृजन में भी मददगार साबित होगी।
“जब महिलाएं स्वतंत्र और सशक्त होती हैं, समाज और देश दोनों मजबूत होते हैं।”